PM Kisan Yojana 2022 : इन किसानों से वापस लिए जाएंगे पीएम किसान किस्त के पैसे, सरकार ने जारी किया आदेश
प्रधानमंत्री किसान योजना Fake Beneficiary – देश में कई ऐसे किसान हैं जो अपात्र होकर भी पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा रहे हैं. इसी कड़ी में 3 लाख 15 हजार 10 किसानों की पहचान की गई है, जो गलत तरीके से योजना का लाभ उठा रहे हैं. इन कथित लाभार्थी किसानों से किस्त की राशि वसूल की जाएगी।
PM Kisan Yojana Fake Beneficiary – प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत देश में आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है. वहीं देश में कई किसान ऐसे हैं जो अपात्र होने के बाद भी पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा रहे हैं.
इसी कड़ी में 3 लाख 15 हजार 10 किसानों की पहचान की गई है, जो गलत तरीके से योजना का लाभ उठा रहे हैं. राज्य के इन कथित लाभार्थी किसानों से किस्त की राशि वसूल की जाएगी। इसके अलावा अपात्र किसान जिन्होंने अब तक पीएम किसान योजना की किस्त का लाभ उठाया है। वह खुद भी पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर राशि वापस कर सकते हैं। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने जिलाधिकारियों को अपात्र किसानों की समीक्षा कर वसूली करने के निर्देश दिए और वसूले गए पैसे को केंद्र सरकार के खाते में जमा कराया जाए.
देश में करोड़ों किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा रहे हैं। वहीं, कई किसान ऐसे हैं जिनकी किस्तें रोक दी गई हैं। किस्त रोकने का कारण उनके आधार कार्ड के डेटाबेस में दर्ज होने की गलत जानकारी है। इसके अलावा कई किसानों के नाम और आधार कार्ड के डाटा में गड़बड़ी के कारण भी किस्त ठप हो गई है।
ऐसे में मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिया है
कि किसानों के आंकड़ों में सुधार किया जाए. इसके अलावा रुके हुए मामलों पर जल्द से जल्द काम किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि राजस्व एवं कृषि विभाग की टीम बनाकर 30 जून तक शत-प्रतिशत सत्यापन कर लिया जाए।
मुख्य सचिव ने निर्देश देते हुए कहा है
कि सभी लाभार्थियों का ई-केवाईसी 31 मई से पहले कर लिया जाए. रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक 53 फीसदी किसान ही ई-केवाईसी कर पाए हैं. उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा है कि पीएम किसान पोर्टल पर 80,258 किसानों के आवेदन प्राप्त हुए हैं. इन किसानों की पात्रता एवं अभिलेखों का सत्यापन कर उन्हें योजना का लाभ दिया जाए।